समाजसेवा में किये जा रहे कार्यों से प्रभावित हो कर मुम्बई, महाराष्ट्र में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के कार्यक्रम में ITMUT यूनिवर्सिटी द्वारा समाजसेवी शराबबंदी आंदोलन की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूनम अंकुर छाबड़ा को "डॉक्टरेट" की मानद उपाधि से नवाजा गया है।
संस्था के महासचिव रविन्द्र मिश्रा ने इस उपाधि को देते हुए अपने उद्धबोधन में कहा आज युवा वर्ग डॉ. पूनम अंकुर छाबड़ा को प्रेरणा स्रोत मानता है आज देश में डॉ. पूनम अंकुर छाबड़ा लगातार मजबूती से अपने मिशन को आगे बढ़ा रही हैं, आज देश मे यूथ आइकॉन में डॉ. पूनम का नाम सबसे ऊपर की पंक्ति में है।
डॉ. पूनम अंकुर छाबड़ा ने आयोग के सभी सदस्यों एवं यूनिवर्सिटी के चांसलर को धन्यवाद अर्पित किया।
गौरतलब रहे कि डॉ. पूनम अंकुर छाबड़ा पूरे देशभर मे शराबबंदी आंदोलन अनेक वर्षों से गैर राजनीतिक तरीके से चला रही हैं एवं उनके पिता हुतात्मा गुरुशरण जी छाबड़ा पूर्व विधायक इसी आंदोलन के दौरान शहिद हुए थे।