तनीषा मुखर्जी ने बाल दिवस पर भारत के बच्चों को दिया अनोख मैसेज
तनीषा मुखर्जी एक मुख्य एनविरोनमेंटलिस्ट हैं, जो अक्सर जलवायु परिवर्तन और बेहतर जीवन की एडवोकेसी करती हैं। उन्होंने समय-समय पर पर्यावरण के प्रति मानसिकता में बदलाव लाया है और कार्बन न्यूट्रल होने का एक बड़ा उदाहरण पेश किया है। 'स्टाम्प' फाउंडेशन से जुड़ी अभिनेत्री इस बाल दिवस पर राष्ट्र के युवाओं को एक संदेश भेज।। तनीषा एक ग्रीन वॉरियर्स हैं जो संसाधनों के रखरखाव को बढ़ावा देती हैं, स्वच्छता अभियान चलाती हैं और आज राष्ट्र के बीच कार्बन न्यूट्रलिटी की जरूरत की आवाज लोगो तक पहुंचाने के किए प्रेरणादायक हस्तियों में से एक हैं।
तनीषा ने बताया कि , “प्रकृति हमारे लिए बेहद जरूरी है। जहां हम प्रकृति की सराहना करते हैं, वहीं प्रकृति की सेवा के लिए भी समय निकालना हमारी जिम्मेदारी है। हमें आज के बच्चों को यह संदेश देने की जरूरत है कि भारत को कार्बन न्यूट्रल बनने की जरूरत है।" इस लक्ष्य को हमे रखने की जरूरत है। जैसा कि आप जानते हैं दिल्ली और अन्य स्थानों में प्रदूषित हवा से मरने वाले लोगों के साथ, अगली पीढ़ी के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। हमारे लिए प्रदूषण के लिए जागरू होने की जरूरत है। हमें प्रकृति के साथ प्रगति करने की जरूरत है न कि प्रकृति के खिलाफ। बच्चे एक राष्ट्र की असली ताकत और समाज की नींव हैं, इसलिए उन्हें यह सब बातें सिखाने की जरूरत है ताकि वह प्रकृति की देखभाल कर सके।”
14 नवंबर को मनाया जाने वाला बाल दिवस, बच्चों के अधिकारों, देखभाल और शिक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए पूरे भारत में मनाया जाता है। यह दिन भारत के पहले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू को श्रद्धांजलि के रूप में भी आयोजित किया जाता है। बच्चों के बीच प्यार से "चाचा नेहरू" के रूप में जाना जाता है। राष्ट्र आमतौर पर बाल दिवस को शैक्षिक और प्रेरक कार्यक्रमों के साथ मनाता है।