आईआईएम संबलपुर में मर्मज्ञ 9.0 का आयोजन
आईआईएम संबलपुर ने महिला सशक्तिकरण के लिए सक्रियता से काम किया है और उन बाधाओं को दूर करने पर ध्यान केंद्रित किया है, जिनके चलते व्यावसायिक भूमिकाओं और अवसरों तक महिलाओं की पहुंच अब तक सीमित रही है।
- आर्थिक विकास के लिए महिलाओं के नेतृत्व पर वार्षिक बिजनेस कॉन्क्लेव और गोलमेज सम्मेलन
संबलपुर, 23 अक्टूबर, 2024 : विभिन्न क्षेत्रों के नेतृत्व में महिलाओं के प्रतिनिधित्व को बढ़ावा देने के लिए देश के प्रमुख प्रबंधन संस्थानों में शामिल आईआईएम संबलपुर की ओर से मर्मज्ञ 9.0 का आयेाजन किया गया। "वुमेन लीडरशिप फॉर बिजनेस एक्सीलेंस" विषय पर यह एक गोलमेज सम्मेलन वार्षिक बिजनेस कॉन्क्लेव है। इसका आयोजन आईआईएम संबलपुर के दिल्ली कैंपस, आईएसआईडी वसंत कुंज में हुआ। कॉन्क्लेव का उद्देश्य नेतृत्व में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देना है, क्योंकि वैश्विक स्तर पर आर्थिक विकास की वृद्धि में यह एक प्रमुख कारक होगा।
दुनिया भर के बिजनेस लीडर्स इस बात पर सहमत हैं कि कार्य में लैंगिक समानता किसी भी व्यवसाय की आधारशिला है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम 2024 के अनुसार 140 करेाड से अधिक जनसंख्या के साथ भारत ने अपनी आबादी में लैंगिक अंतर 64.1 प्रतिशत तक कम कर लिया है। शैक्षिक नामांकन में महिलाओं के पर्याप्त प्रतिनिधित्व के बावजूद भागीदारी में उनकी वृद्धि मामूली रही है।
इस गोलमेज सम्मेलन में लैंगिक अंतर की मौजूदगी, इसे कम करने के उपाय जैसे सवालों पर चर्चा की गई और इसके साथ ही भारत और विदेश में इस दिशा में किए गए अच्छे कामों को भी साझा किया गया। गोलमेज सम्मेलन में सरकार, मीडिया, विचारशील नेताओं और कॉर्पोरेट क्षेत्र के प्रमुख हितधारकों को आमंत्रित कर लैंगिक समावेशिता और नेतृत्व पर बातचीत के लिए एक मंच प्रदान किया गया। सम्मेलन में कॉर्पोरेट, सरकार, एनजीओ और अकादमिक जगत की 20 से अधिक शीर्ष महिलाओं ने अपने विचार प्रस्तुत किए और 100 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
आईआईएम संबलपुर ने महिला सशक्तिकरण के लिए सक्रियता से काम किया है और उन बाधाओं को दूर करने पर ध्यान केंद्रित किया है, जिनके चलते व्यावसायिक भूमिकाओं और अवसरों तक महिलाओं की पहुंच अब तक सीमित रही है।
इस अवसर पर आईआईएम संबलपुर के निदेशक प्रो.महादेव जायसवाल ने अपने स्वागत भाषण में कहा, “आईआईएम संबलपुर में, हम मानते हैं कि भारत के लिंग अंतर को पाटना सिर्फ एक लक्ष्य नहीं बल्कि एक राष्ट्रीय आवश्यकता है। हमारी केंद्रित अनुसंधान पहल और रणनीतिक गोलमेज सम्मेलनों के माध्यम से हमारा लक्ष्य है कि कॉर्पोरेट जगत, सरकार, शिक्षा और सामाजिक क्षेत्रों में महिलाओं के नेतृत्व पर सार्थक बातचीत और कार्रवाई की जाए। यूएन ग्लोबल कॉम्पैक्ट जैसी वैश्विक संस्थाओं के साथ साझेदारी की हमारी अभिनव सोच नीति निर्माताओं को प्रस्तुत की जाने वाली एक व्यापक रिपोर्ट में नजर आएगी। इसका लक्ष्य भारत की आर्थिक वृद्धि में महिलाओं की भागीदारी और योगदान को बढ़ाना है। यह एक चर्चा से कहीं अधिक व्यापक प्रयास है। यह भारत की समावेशी विकास गाथा को गति देने के लिए अधिक समावेशी और समृद्ध भविष्य की दिशा में एक आंदोलन है।“
यूएनजीसी नेटवर्क इंडिया के कार्यकारी निदेशक श्री रत्नेश झा ने कहा, “लैंगिक समानता सतत विकास के लिए केंद्र बिंदु है। प्रगति के बावजूद, हालिया एसडीजी स्टॉकटेक रिपोर्ट से संकेत मिलता है कि हम जिस रास्ते पर चल रहे है, उससे अपने लक्ष्यों का केवल 17 प्रतिशत ही हासिल कर पाए हैं। इस विशाल अंतर को पाटने के लिए पांच हमें लैंगिक समानता, जलवायु के क्षेत्र में काम, जल के मामले में लचीले रूख, टिकाउ विकास लक्ष्यों की वित्त व्यवस्था और जीवनयापन के लिए मजदूरी सहित पांच विषयगत क्षेत्रों पर केंद्रित प्रयास करने होंगे। इस महत्वपूर्ण काम को पूरा करने के लिए चूंकि अब छह साल का समय ही बचा है, इसलिए यह आवश्यक है कि कॉरपोरेट जगत इन नौ विशिष्ट लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए प्रतिबद्धता से काम करे। यदि हम 2030 तक वास्तव में समावेशी और टिकाऊ भविष्य बनाना चाहते हैं तो समान वेतन और प्रबंधन के सभी स्तरों पर 50-50 प्रतिशत लैगिक प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना अनिवार्य लक्ष्य होना चाहिए।
इस आयोजन में कई प्रमुख वक्ता शामिल हुए। इनमें ल्यूमिनस टेक्नोलाजिस की एमडी और सीईओ प्रीति बजाज, आईएएस अधिकारी आरती आहूजा, आईआरएस अधिकारी देवश्री नैन, एसबीआई कार्ड की सीएफओ रश्मि मोहंती, वित्त मंत्रालय में संयुक्त निदेशक प्रीति बालियान, जिंदल स्टेनलेस में सीएसआर की कार्पोरेट हैड प्रीतिका चंद, एक्सेंचर की एचआर निदेशक ज्योति राय, एनटीपीसी लिमिटेड की उपमहाप्रबंधक केना श्री, सत्या माइक्रो केपिटल लिमिटेड की इंटरनेल आमब्डसपर्सन अचला सव्यसाची, ताज होटल्स की एसोसिएट डायरेक्टर सेल्स डॉ गौरी कालरा, एनटीपीसी लिमिटेड की उपमहाप्रबंधक एचआर केना श्री, फेनेस्टा विंडोज की सीएचआरओ पल्लवी पोद्दार, बायर की वीपी और कंट्री हेड कम्युनिकेशंस, पब्लिक अफेयर्स, सस्टेनेबिलिटी और सीएसई (दक्षिण एशिया), बायर रचना पांडा, टोटल रिवार्ड्स ब्रिलियो की वरिष्ठ निदेशक-एचआर सीपिका सिंघल, डीएस ग्रुप की एचआर एंड बिजनिस एक्सीलेंस की सीनियर वाइस प्रेसीडेंट सिमिन असकरी, आईसीएसएसआर की डिप्टी डायरेक्टर रिसर्च डॉ सिली राउत, इनमोबी ग्रुप की ग्लोबल एवीपी, चीफ कार्पोरेट अफेयर्स एंड पब्लिक पालिसी आफिसर डॉ सुभी चतुर्वेदी, इकाम एक्सप्रेस लिमिटेड की हैड आफ कार्पोरेट इएचएसएस सौम्या गांधी, ईएसएमई कंज्यूमर की एचआर हैड सोनल कपूर सिन्हा, रिन्यु बाय की चीफ पीपल आफिसर सुलभ कौशल राय, एक्स यूएनजीसी इंडिया नेटवर्क की डवलपमेंट स्पेशलिस्ट सुमन सिंह, ओम्या इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की साउथ एशिया एचआर हैड स्वाति डोगरा, पेप्सीको की सीनियर एचआर बिजनेस पार्टनर वाणी गर्ग और बिमटेक की डायरेक्टर डॉ प्रवीणा राजीव शामिल थीं।