आईआईएम उदयपुर की टीम इंटर बी-उचयस्कूल गवर्नेंस कंसल्टिंग प्रतियोगिता मे राष्ट्रीय विजेता घोषित
• 6 फाइनलिस्ट के प्रेजेंटेशन के बाद आईआईएम उदयपुर की टीम बलीचा को किया गया इस स्पर्धा का राट्रीय विजेता घोषित
• इस प्रतियोगिता में 25 प्रमुख बिजनेस और पब्लिक पॉलिसी स्कूलों की 2100 से अधिक टीमों ने लिया हिस्सा
• देश में पहली बार आयोजित नेशनल गवर्नेंस केस कम्पटीशन - द गवर्नेंस चैलेंज (टीजीसी) का समापन
उदयपुर - इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट उदयपुर ने इंटर बी-स्कूल प्रतियोगिता - द गवर्नेंस चैलेंज में राष्ट्रीय विजेता का खिताब हासिल किया है और इस तरह संस्थान ने एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। इस स्पर्धा में आईआईएम उदयपुर की टीम बलीचा पैंथर्स के छात्र मुस्कान गुप्ता, सुहैल नज़ीर और सूर्यप्रताप बाबर ने प्रतियोगिता के राष्ट्रीय दौर के विजेताओं में स्थान हासिल किया। आईआईएम उदयपुर ने प्रतियोगिता के आयोजकों का आभार व्यक्त किया और छात्रों के आगामी प्रयासों में सफलता की कामना की।
देश में पहली बार आयोजित नेशनल गवर्नेंस केस कम्पटीशन - द गवर्नेंस चैलेंज (टीजीसी) में 25 25 टॉप बिज़नेस और पब्लिक पालिसी स्कूल्ज की 2100 से अधिक टीमों ने भाग लिया। हरियाणा के युवाओं के भविष्य को तैयार करने में मदद करने के लिए टीमों को अपने सोलुशन प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया गया था। प्रतियोगिता के कड़े फाइनल मुकाबले के दौरान - टॉप 6 टीमों को हरियाणा के माननीय मुख्यमंत्री के समक्ष अपने प्रेजेंटेशन देने के लिए आमंत्रित किया गया था। टॉप 6 टीमें एसवीकेएम एनएमआईएमएस, आईआईएम बैंगलोर, आईआईएम कोज़ीकोडे, आईआईएम शिल्लोंग, आईआईएम उदयपुर और आईआईएफटी थीं।
छात्रों को बधाई देते हुए आईआईएम उदयपुर के डायरेक्टर प्रोफेसर अशोक बैनर्जी ने कहा, ‘‘हमें यह देखकर ख़ुशी और गर्व का मिलाजुला अनुभव हो रहा है कि हमारे छात्रों के एन्त्रेप्रेंयूर्शिप स्किल्स को मजबूत करने के हमारे प्रयासों के कारण इस तरह के अति उत्कृष्ट परिणाम सामने आ रहे हैं। टॉप बिजनेस स्कूलों से प्रतिस्पर्धा के बावजूद संस्थान की टीम की यह उल्लेखनीय उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि हमारे छात्र आज की जटिल समस्याओं के इनोवेटिव सोलूशन्स के लिए कितनी अच्छी तरह तैयार हैं।’’
विजेता आईआईएमयू टीम, बलीचा पैंथर्स को हरियाणा के मुख्यमंत्री ने ट्रॉफी,प्रमाण पत्र और 5 लाख रुपये के चेक से सम्मानित किया। दूसरे स्थान पर रही आईआईएम बैंगलोर की टीम को ट्रॉफी, प्रमाण पत्र और 3 लाख रुपये का चेक मिला, जबकि तीसरा स्थान आईआईएम कोज़ीकोडे की टीम ने हासिल किया, जिसे प्रमाण पत्र और 1 लाख रुपये का चेक मिला।
उल्लेखनीय है कि टीजीसी लाखों लोगों को प्रभावित करने वाली गवर्नेंस चैलेंज के माध्यम से जटिल मुद्दों का समाधान प्रस्तुत करने का एक प्रभावशाली प्लेटफॉर्म है। इसके माध्यम से नीति निर्माताओं और प्रभावशाली लोगों के सम्मुख अपने इनोवेटिव सोलूशन्स पेश करने का अवसर मिलता है। इस पहल का उद्देश्य देश की शासन संरचना का समर्थन करने के लिए भारत की बेहतरीन युवा प्रतिभाओं को प्रेरित करना है।